पावना झील : कैम्पिंग का शानदार अनुभव (Camping Near Pawna Lake - Hindi Blog)

महाराष्ट्र के पुणे(Pune) जिले के मावल(Maval) तालुका में स्थित पावना झील(Pawna Lake) साहसिक खेलों अथवा कार्यों जैसे कैम्पिंग(Camping) और वाटर स्पोर्ट्स(Water Sports) के शौकीनों की पसंदीदा जगह है। यह एक कृत्रिम झील(Artificial Lake) है जिसका निर्माण पावना बांध(Pawna Dam) की वजह से हुआ है। मुंबई(Mumbai) और पुणे(Pune) के मध्य में स्थित पावना झील(Pawna Lake) की पुणे से दूरी लगभग 60 किलोमीटर और मुंबई से दूरी लगभग 120 किलोमीटर है। यह झील महाराष्ट्र के प्रसिद्ध हिल स्टेशन लोनावला(Lonavala) के भी बहुत पास है। पावना झील(Pawna Lake) के बारे में अनेकों बार हम सुन चुके थे कि यह बहुत ही खूबसूरत जगह है और कैम्पिंग(Camping) की दृष्टि से बहुत जाना माना स्थान है। 

इस झील की प्रारंभिक जानकारियों(Initial Information) के बारे में पढ़कर पावना झील(Pawna Lake) किनारे कैम्पिंग(Camping) करने का मन करने लगा था। दिवाली की छुट्टियों ने हमारे पावना झील(Pawna Lake) में कैंप करने के कार्यक्रम को आसान कर दिया। अपने कार्यस्थल के मित्रों और परिवारजनों के साथ हम लोग पुणे से अपने कार से पावना झील(Pawna Lake) के तरफ निकल पड़े। हमारे साथ कैम्पिंग(Camping) के सारे जरुरी साज़ो सामान जैसे टेंट, उपकरण जैसे टॉर्च, पानी के बड़े कैन, आग जलाने के साधन, खाने के सामान इत्यादि उपलब्ध थे। लगभग 2 घंटे के कार द्वारा सफर के बाद हम लोग पावना झील(Pawna Lake) के पास पहुंच गए। 

पावना झील(Pawna Lake) के किनारे बहुत सारे कैम्पिंग(Camping) के स्थान हैं जहाँ पर आप बुकिंग करके भी जा सकते हैं। यहाँ खाने पीने तथा कैंप में रहने की सुविधाएँ उपलब्ध हैं। लेकिन हम लोग इन सुविधाओं का इस्तेमाल ना करके बल्कि अपने टेंट और खाने पीने का सामान खुद लेकर गए थे। एडवेंचर का मज़ा तभी है जब आप अपना टेंट खुद लगाए और प्राकृतिक माहौल में अपना खाना आग जलाकर खुद बनाये। कैम्पिंग(Camping) के लिए एक अच्छा स्थान खोजने के क्रम में हम लोगों को झील के पास स्थित पहाड़ पर एक स्थान दिखा जो कैम्प लगाने के लिए बहुत अनुकूल था।  इस स्थान से सामने पावना झील(Pawna Lake) का सुन्दर नज़ारा दिख रहा था। 

हम लोग अपने टेंट को लगाकर कैम्पिंग(Camping) करना शुरू किया। सूर्यास्त हो चुका था और ठंढी हवा भी चलने लगी थी। पास के एक गाँव से हम लोग सूखी लकड़ियों का प्रबंध कर लिए थे। आग जलाकर हम लोग उसके चारों ओर बैठ गए। हमारे पास एक छोटा तंदूर भी था जो हम साथ में लेकर गए थे। तंदूर में आग जलाकर उसमे पनीर, सब्जियाँ जैसे आलू , प्याज, शिमला मिर्च, गोभी, टमाटर, मिर्च तथा पापड़ पकने शुरू हो गए। साथ में आग पर मैगी(Maggie) भी पक रहा था। मैंने खुले पहाड़ों पर प्रकृति की गोद में पहली बार खाना बनाने का आनंद लिया। अच्छा मौसम, गीत संगीत का दौर तथा आग में पकता स्वादिष्ट खाना पूरे माहौल को शानदार बना रहा था।

देर रात तक मौज़ मस्ती करने एक बाद अब नींद आने लगी थी। हम अपने टेंट में सोने के लिए गए। थकान की वजह से नींद भी आ गयी। प्रकृति के बीच टेंट में रात गुजारने का अनुभव बहुत अच्छा था। सुबह उजाला होते ही नींद खुल गयी। टेंट में लेटे हुए ही पावना झील(Pawna Lake) का विहंगम दृश्य नज़र आ रहा था। पहाड़ से चारों ओर का नज़ारा भी देखने योग्य था। अब हम वापस जाने के लिए अपने कैंप(Camp) को उठाने लगे। सारे सामान को वापस अपने कार में रखा और पावना झील(Pawna Lake) के आस पास थोड़ा घूमने के लिए गए। झील का पानी बहुत साफ दिख रहा था। पावना झील(Pawna Lake) में बत्तख(Duck) के झुण्ड तैरते देखना सुखद था। झील में वाटर स्पोर्ट्स(Water Sports) जैसे बोटिंग(Boating) और जेट स्की(Jet Skii) की भी अच्छी व्यवस्था थी। 

पावना झील(Pawna Lake) से वापसी के क्रम में हम लोग बेडसे गुफाओं(Bedse Caves) को देखने के लिए गए। यह रास्ते में ही पड़ता है। एक ऊँचे पहाड़ पर स्थित यह एक बौद्ध स्मारक(Buddhist Monument) है जिसका निर्माण ईसा पूर्व पहली शताब्दी(1st Century BC) में किया गया था। सीढ़ियों से गुफाओं तक जाने का रास्ता भी बहुत अच्छा बनाया गया है। बेडसे गुफाओं(Bedse Caves) में दो गुफाएँ  हैं जिनमें मुख्य गुफा 'चैत्य'(Chaitya) एक स्तूप(Stupa) है और दूसरा 'विहार'(Vihar) एक प्रार्थना स्थल है। मुझे इन गुफाओं को देखना और इनके बारे में स्थनीय गाइड से जानकारी लेना अच्छा लगा। कुछ देर रुकने और फोटोग्राफी करने के बाद हम लोग वापस नीचे आ गए। थोड़ी देर तक पास के होटल में जल पान करने के बाद पावना झील(Pawna Lake) के पास कैम्पिंग(Camping) करने का शानदार अनुभव लेने और ऐतिहासिक बेडसे गुफाओं(Bedse Caves) को देखने के बाद अपने शहर पुणे की तरफ वापस बढ़ने लगे। 

पावना झील(Pawna Lake) के पास प्रकृति की गोद में जब भी कैम्पिंग(Camping) करने का मौका मिले एक बार जरूर जाइये। कैम्पिंग में सीमित संसाधनों में जीने का तरीका हमें बहुत कुछ सिखाता है जिसका अनुभव सभी को करना चाहिए। 

पावना झील कैम्पिंग के लिए अनिवार्य सामान  : टेंट, टॉर्च, स्लीपिंग बैग्स, अतिरिक्त सूखे कपड़े, चाकू, आग जलाने के साधन, पर्याप्त पानी, छोटा तंदूर, खाने पीने की वस्तुएं, टोर्च, दर्द  निवारक  स्प्रे इत्यादि।

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➝ पावना झील बेडसे गुफाएँ  में ये करना ना भूलें  कैम्पिंग, फोटोग्राफी, आग जलाकर खाना बनाना, बोटिंग, बेडसे गुफाओं को देखना। 
➝ पावना झील / बेडसे गुफाएँ कैसे पहुंचे मुंबई से 120, लोनावला से 25 किलोमीटर और पुणे से 60 किलोमीटर  दूर कार द्वारा आसानी से पावना झील पहुंच सकते है। मुंबई और पुणे से लोणावला के लिए लोकल  ट्रैन ले सकते है।  
 पावना झील / बेडसे गुफाएँ जाने का सबसे अच्छा समय : जुलाई से नवंबर ( मानसून के बारिश के वक़्त तथा मानसून के तुरंत बाद का समय कैंपिंग करने के लिए सबसे अच्छा है )
➝ पावना झील और बेडसे गुफाएँ  जाने में लगने वाला समय  : 2 दिन का। रात के समय कैम्पिंग(Camping) करना। 











Blogger Name: Pramod Kumar Kushwaha
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