दिल खोया खोया सा क्यों है (Why heart is lost - Hindi Poem)
कुछ तो दिल कह रहा है तुमसे,
दिल में चाहत का अज़ीब सा नशा है.
कमी सी है कुछ एहसासों की,
दिल खोया खोया सा क्यों हैं.
इंतेज़ार कर रहा था करूँगा भी,
पर दिल समझने को तैयार नही है.
सुकून है कि जल्दी ही मिलना होगा पर,
दिल खोया खोया सा क्यों है.
बहुत सारी मोहब्बतें रखी है सहेजकर,
दिल के किसी कोने में छुपा रखा है.
आने पर दे दूंगा पर , अभी,
दिल खोया खोया सा क्यों है.
दिल में उठ रही है एक आवाज़ सी,
बेहिसाब मोहब्बतों की लहरों सी हैं.
बेताब सा दिल है उनके लिए फिर भी,
दिल खोया खोया सा क्यों है.
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रचनाकार - प्रमोद कुमार कुशवाहा
Image Credits : Pixabay
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