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तैल बैला : प्रकृति की गोद में कैम्पिंग (Camping at Tail Baila)

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पुणे(Pune) से लगभग 100 किलोमीटर मुलशी(Mulshi) तालुका में सह्याद्रि के पहाड़ों(Sahayadri Hills) के मध्य स्थित तैल बैला(Tail Baila) गाँव कैम्पिंग(Camping), रेपेल्लिंग(Repelling) और रॉक क्लाइम्बिंग(Rock Climbing) करने वाले लोगों के लिए एक बहुत ही बेहतरीन स्थान है। यह स्थान लोनावला(Lonavala) के भी बहुत पास है। गाँव के पास ही तैल बैला किला(Tail Baila Fort) है जहाँ रेपेल्लिंग(Repelling) और रॉक क्लाइम्बिंग(Rock Climbing) होता है। तैल बैला(Tail Baila) किला वास्तव में एक निगरानी किला(Watch Tower Fort) था जो आस पास के इलाकों पर नज़र रखने के लिए बनाया गया था। यह दो ऊँचे चट्टानों से मिलकर बना हुआ है जिसकी ऊँचाई लगभग 200 - 250 फीट है। यहाँ ट्रैक करके कुछ ऊँचे जगह पर बने भगवान शिव के मंदिर तक जा सकते हैं। इस मंदिर से ऊपर जाने के लिए रास्ता नहीं है और ऊपर फोर्ट तक जाने के लिए रॉक क्लाइम्बिंग(Rock Climbing) करना पड़ता है।  तैल बैला(Tail Baila) किले के पास कैम्पिंग(Camping) के लिए भी बहुत अच्छे स्थान हैं। यहाँ रात के समय कैम्प करके आप आसमान के तारों की सुंदर कतारों को देखने का शानदार अनुभव कर सकते हैं। गा

मल्हारगढ़ - मराठा शासन द्वारा निर्मित आखिरी किला (Trip to Malhargarh Fort - Pune)

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पुणे(Pune) में सासवड(Saswad) के पास स्थित मल्हारगढ़ किला(Malhargarh Fort) घूमने के लिए एक अच्छी जगह है। पुणे शहर के केंद्र से मात्र 30 किलोमीटर की दूरी पर होने के कारण यह एक दिन में आसानी से घूमा जा सकता है। वर्ष 1757 से 1760 ईस्वी के मध्य में निर्मित मल्हारगढ़ किला(Malhargarh Fort) मराठों(Maratha Empire) द्वारा बनाया गया आखिरी किला है। यह किला ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होने के साथ ही प्राकृतिक रूप से भी देखने योग्य है। इस किले से सह्याद्रि के पहाड़ों(Sahyadri Hills)  में स्थित दिवे घाट की निगरानी की जाती थी। सोनोरी गाँव(Sonori Village) के निकट होने के कारण मल्हारगढ़ किले को सोनोरी किले(Sonori Fort) के नाम से भी जाना जाता है।  मल्हारगढ़ किले(Malhargarh Fort) में दो द्वार हैं। मुख्य द्वार महा दरवाज़ा के नाम से जाना जाता है तो दूसरा द्वार चोर दरवाज़ा के नाम से प्रसिद्ध है। तिकोने आकार के पहाड़ पर बने इस किले में दो मंदिर हैं। एक मंदिर भगवान मल्हार अर्थात शिव को समर्पित है तो दूसरा मंदिर भगवान खंडोबा का है। मल्हारगढ़ किले(Malhargarh Fort) में पानी के भण्डारण के लिए एक छोटा सा तालाब बनाया गया ह